नमस्कार दोस्तो, आज का मेरा यह पोस्ट बहुत ही महत्त्वपूर्ण है। जिसमे मैं आपको परीक्षा से पहले बीपीएससी का 67वां पेपर लीक से सम्बंधित सभी जानकारी दूंगा जिसके बाद, बिहार लोक सेवा आयोग ने जांच के आदेश दे दिया है ।इस मामले में रिपोर्ट्स और लिक के अनुसार माने तो, परीक्षा से कुछ मिनट पहले ही प्रश्न पत्र टेलीग्राम और व्हाट्सएप ग्रुप पर वायरल हो गए थे।
अपको बता दे की बिहार लोक सेवा आयोग की 67वीं संयुक्त प्रतियोगी प्रारंभिक परीक्षा का पेपर कथित तौर पर रविवार को परीक्षा शुरू होने से कुछ मिनट पहले लीक हो गया है।
रिपोर्टों और लिक से यह भी जानकारी मिली है कि प्रश्न पत्र परीक्षा से कुछ मिनट पहले टेलीग्राम और व्हाट्सएप ग्रुप पर वायरल हो गए थे और वास्तविक रूप से जो वायरल प्रश्न पत्र आज वितरित किए गए वह जो वास्तविक प्रश्न पत्र दिए गए थे उससे मेल खा रहे हैं।
ऐसी खबर मिलते ही इस मामले की जांच के लिए बिहार लोक सेवा आयोग की ओर से तीन सदस्यीय कमेटी का गठन किया गया हैl और रिपोर्ट की माने तो यह जांच समिति 24 घंटे में जांच रिपोर्ट बीपीएससी के अध्यक्ष को सौंपेगी तत्पश्यात ही यह आयोग कथित पेपर लीक को लेकर अपना आधिकारिक बयान जारी करेगा।
साथ ही आपको यह भी बताना चाहेंगे की इससे पहले जो घटना घटित हुई थी उसमें आरा के वीर कुंवर सिंह कॉलेज परीक्षा केंद्र पर पेपर लीक के आरोप में सैकड़ों अभ्यर्थियों ने हंगामा किया था जो की काफी समय तक चलता रहा था।
बीपीएससी पेपर लीक के बाद सीबीएसई ने 10वीं-12वीं परीक्षा को लेकर बहुत ही कड़े कदम उठाए है जिन्हें मैं आपको बताना चाहूंगा जो इस प्रकार है–
सीबीएसई ने बीपीएससी 67वीं पीटी का पेपर लीक होने के बाद 10वीं और 12वीं के टर्म-2 परीक्षा में आब्जर्वर की संख्या को और बढ़ा दीया है।इसके तहत प्रश्न पत्र लाने और उसे परीक्षार्थियों तक पहुंचाने में सुरक्षा बढ़ायी गई है।
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड cbsc ने 10वीं और 12वीं के टर्म-2 परीक्षा में आब्जर्वर की संख्या बढ़ा दी है।दोस्तो आपके बता दे की पहले एक आब्जर्वर पर पांच से छह स्कूल की जिम्मेवारी थी। लेकिन अब उसे कम करके एक आब्जर्वर को दो से तीन स्कूल दिया गया है। साथ में ही आब्जर्वर को कई निर्देश भी दिये गये हैं, जिससे परीक्षा के दौरान किसी तरह की गड़बड़ी नहीं हो। हर दिन प्रश्न पत्र लाने और उसे परीक्षार्थियों तक पहुंचाने में सुरक्षा बढ़ायी गई है। जो की सुरक्षा की दृष्टि से बहुत ही जरुरी प्रतीत होता है। इसके तहत जब भी परीक्षा शुरू होती है तो परीक्षा शुरू होने के एक घंटे तक किसी भी छात्र को कक्षा के बाहर जाने की अनुमति नहीं देनी है। आपको बता दे की इस दौरान अगर छात्र को प्यास लगती है तो कक्षा तक पानी पहुंचाने का निर्देश दिया गया है।
ऐसा प्रतीत होता है की बीपीएससी प्रारंभिक परीक्षा के प्रश्नपत्र लीक होने की घटना के बाद सीबीएसई बहुत सख्त हो गया है। नाम न छापने की शर्त पर एक आब्जर्वर ने बताया कि प्रश्न पत्र लाने में केंद्राधीक्षक के साथ अब आब्जर्वर को भी जाना है। प्रश्न पत्र लेने के बाद केंद्राधीक्षक के साथ आब्जर्वर को भी सीलबंद प्रश्न पत्र की फोटो लेकर बोर्ड को भेजनी है। हर हाल में प्रश्नपत्रों की सुरक्षा करनी है।
दोस्तो जैसा की आपने देखा की आज का मेरा यह पोस्ट बीपीएससी का 67वां पेपर लीक से सम्बन्धित था जिसमे मैने आपको इससे जुड़ी हर छोटी बड़ी जानकारी देने का प्रयास किया है ।आज के समय में परीक्षाओं को लेकर जितने भी कड़े कानून उठाए जा रहे है उतने ही लिक से भी जुड़ी खबरे भी सुनने को मिल रही है।लोगो के लिए आज के समय सरकारी नौकरी इतनी महत्वपूर्ण हो गई है की लोग लाखो रुपए खर्च कर देते है पेपर को खरीदने और उसे लिक करवाने में ,पर यह उन सभी लोगो के साथ गलत होता है जो दिन रात मेहनत करके एक पोस्ट के लिए तैयारियां करते है और अंत में उनके सीट कोई अन्य व्यक्ति बिना किसी मेहनत के ही प्राप्त कर लेता है ,इसी को ध्यान में रखकर सरकार लगातार मेहनत कर रहा है और नए नए कानून बना कर चीजों को सावधानी व कड़े नियमो के तहत लागू करवा रहा है। किन्तु अफसोस की बात यह है की सरकार के लाख कठोर कानूनों को बनाने से कोई फायदा नही होता,आए दिन पेपर लिक से सम्बंधित जानकारी हमारे सामने आ ही जाती है।
निष्कर्ष
दोस्तो मुझे उम्मीद है की आपको मेरे द्वारा दी गई यह सभी जानकारी अच्छी लगी होंगी साथ ही आपके लिए मेरा यह पोस्ट बहुत मददगार और जानकारी से भरपूर रहा होगा ।आप सभी का मेरे इस पोस्ट को अंत तक पढ़ने के लिए बहुत बहुत धन्यवाद!
ऐसी और भी जानकारियां प्राप्त करने के लिए मेरे द्वारा लिखे गए सभी पोस्टों को अवश्य पढ़े ,मुझे पूरी उम्मीद है की आपको मेरे सारे पोस्ट पसंद आएंगे।